अयोध्या।राजकीय फल संरक्षण केंद्र, अयोध्या द्वारा दो दिवसीय मुख्यमंत्री खाद्य प्रसंस्करण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 23 व 24 जुलाई को विकास खंड तारुन के ग्राम पंचायत जाना बाजार स्थित मॉडर्न इंटर कॉलेज के प्रांगण में किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को खाद्य प्रसंस्करण तकनीकों से प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाना रहा।कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम प्रधान श्रीमती किरण वर्मा और कॉलेज के प्रबंधक रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने वरिष्ठ वैज्ञानिकों एवं विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर डॉ. अखंड प्रताप सिंह, महेश बहादुर सिंह, शुभम सिंह, सुभाष चंद्र तिवारी एवं पर्यवेक्षक राजाराम उपस्थित रहे।
प्रबंधक रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने अपने वक्तव्य में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र की संभावनाओं और इसकी ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भूमिका को रेखांकित किया। ग्राम प्रधान श्रीमती किरण वर्मा ने महिलाओं को उद्यमिता की दिशा में प्रेरित करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब महिलाएं स्वयं उद्योग लगाकर न केवल आत्मनिर्भर बनें, बल्कि दूसरों को भी रोजगार दें।प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को खाद्य प्रसंस्करण की नवीनतम तकनीकों की जानकारी दी गई। साथ ही इच्छुक प्रतिभागियों को उद्योग स्थापना हेतु सरकारी योजनाओं और विभागीय सहयोग की विस्तृत जानकारी भी दी गई।24 जुलाई को कार्यक्रम का समापन समारोह आयोजित हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। समापन अवसर पर राजकीय फल संरक्षण केंद्र के प्राचार्य अनिल कुमार विमल और कॉलेज प्रबंधक रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण आपके भविष्य की दिशा तय करेगा और आपको आर्थिक रूप से सक्षम बनाएगा।कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों, प्रशिक्षकों, प्रतिभागियों एवं आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए यह संकल्प लिया गया कि भविष्य में भी इस प्रकार के प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन निरंतर किया जाएगा, ताकि गांव-गांव में स्वावलंबन की लौ प्रज्वलित हो सके।