सोहावल: भू माफ़ियाओं के इशारे पर जिला पंचायत निधि का हो रहा दुरुपयोग!

 

सुनील द्विवेदी
अयोध्याःसोहावल पूरे जनपद में अपने आप में एक अलग पहचान रखने वाला क्षेत्र सोहावल मैंगो वेल्ट व प्राकृतिक छटा के लिए जाना जाता है। पिछले दो दशकों से जबसे नवधनाढ्य भूमाफियाओं की काली नजर यहां के बाग बगीचों पर लगी तबसे इस क्षेत्र पर ग्रहण लग गया है।

बताते है कि यह सब इस क्षेत्र के एक धन पशु की नज़र क्षेत्र के किसानों गरीब गुरबो पर पड़ गई जिसका एक मात्र उद्देश्य धन अर्जन करना है और उसी के बल पर चुनाव लड़ना और पद हासिल कर सफेदपोश अपराध को बढ़ावा देना है। चाहे वह राष्ट्रीय राजमार्ग हो ढेमवा मार्ग हो रौनाही ग्राम सभा हो य रजिस्ट्री ऑफ़िस के आस पास की हरी भरी भाग हो सब को उजाड़कर हरियाली व आम जनमानस के लिए उपयोगी प्राणवायु के दुश्मन बने बीकापुर विधानसभा के धनु लोलुप भूमाफिया व्यवसायी ब्लॉक प्रमुख से लेकर जिला पंचायत की योजनाओं को गरीबों और समाज के ज़रूरत मंद लोगों के पास पहुँचने से पहले अपने प्लॉटिंग तक लाने का कार्य करने लगा है।

 

क्षेत्र का यह धनपशु चुनाव में पानी की तरह धन फ़ेंकने का कार्य करते हैं ।केवल पद की लालसा में ,जबकि सही नीयत व सत्कर्म ही आम जनमानस के लिए ज़्यादा हितकर होता है। बता दे कि यह सब तहसील प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा है। वन विभाग, तहसील प्रशासन से गठजोड़ कर भूमाफिया तेजी के साथ इलाके में अपना वर्चस्व स्थापित करते जा रहे हैं।सोहावल तहसील मैंगो बेल्ट क्षेत्र घोषित होने के बावजूद यहां हरे भरे आम के पेड़ों के बागों को काटकर प्लाटिंग कर बेचने का मामला सामने आया है।

 

किसानों द्वारा अपनी जरूरतों को लेकर एक पेड़ काटने पर हड़कंप मचाने वाली पुलिस, तहसील, वन तथा उद्यान विभाग के नाक के नीचे पूरा खेल हो रहा है लेकिन सब अनदेखा किए बैठें हैं।प्रतिबंधित फल पट्टी क्षेत्र में लकड़ी की कटान एवं उसके बाद रजिस्ट्री कर राजस्व विभाग द्वारा दाखिल – खारिज करने की प्रक्रिया संदेह के घेरे में है।

 

अधिकारियो की मिली भगत से राजस्व की हानि कर भू एवं वन माफियाओ की बल्ले बल्ले है। सूत्रों के अनुसार लगभग एक वर्ष से कम समय मे रौनाही, सोहावल व ढेमवा सड़क के किनारे की दर्जनों बाग इनका शिकार हो चुकी है। जबकि नियम यह है कि फल पट्टी क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कटान अथवा निर्माण आदि नहीं किया जा सकता है।

 

इसकी सूझ-बूझ ऐसे भूमाफियाओं को कब होगी यह ईश्वर ही जाने पर यह साफ़ है कि अपने धन व प्रभाव के बल पर सरकारी धन का दुरुपयोग सोहावल क्षेत्र में किया जा रहा है जिसके कारण आम जनमानस का विकास व सुविधा बाधित हो रही है।

 

 

अब इंतजार है कि प्रशासनिक नज़र इस पर कब पड़ेगी यह भविष्य के अधर में है। हद तो तब है कि स्थानीय ग्रामीणों के तहसील प्रशासन से की जा रही लगातार शिकायतो के बाद भी भूमाफियाओं का नंगा नाच बन्द होने का नाम नही ले रहा है।

Sameer Shahi

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