अयोध्या।
प्रदेश की योगी सरकार अयोध्या के संपूर्ण विकास के लिए कृत संकल्पित है। अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो, इसके लिए योगी सरकार प्रयासरत है।
आपको बता दें कि राम मंदिर जाने वाले मार्ग पर राम स्तंभ इसकी शोभा बढ़ाएंगे। यह स्तंभ श्रद्धालुओं को राममंदिर की ओर जाने में एक लैंड मार्क का भी कार्य करेंगे। प्राधिकरण ने स्तंभों की डिजाइन भी तैयार कर ली है। यह डिजाइन मंडलायुक्त ने फाइनल की है।धर्म पथ की लंबाई चार किलोमीटर, जबकि रामपथ की लंबाई 13 किलोमीटर है। कुल करीब 17 किलोमीटर लंबे मार्ग पर 25 स्तंभ लगाए जाएंगे। कार्यदायी संस्था का चयन करने के लिए विकास प्राधिकरण ने निविदा आमंत्रित कर दी है। इसमें अनुमानित खर्च ढाई करोड़ रुपये आएगा।
रामनगरी को संवारने की योजनाओं को भी दी जा रही गति
राममंदिर निर्माण की तेज होती गतिविधियों के बीच रामनगरी को संवारने की योजनाओं को भी गति प्रदान की जा रही है। हाईवे को सज्जित करने के साथ-साथ अब राम स्तंभ लगाए जाएंगे। विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि धर्म पथ और रामपथ हाईवे से राममंदिर को जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग है, इसलिए इन मार्गों को इस प्रकार सज्जित किया जा रहा है कि श्रद्धालुओं को यह ज्ञात हो सके कि वह राममंदिर की ओर जा रहे हैं। क्योंकि यह मुख्य सड़क होगी, जो तैयार होने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग को राम मंदिर से जोड़ेगी।
छह मीटर लंबे होंगे स्तंभ
स्तंभ छह मीटर लंबे होंगे। उनकी परिधि पांच फीट होगी। फाइबर पैनल से बनने वाले स्तंभों का सुदृढ़ीकरण स्टेनलेस स्टील से किया जाएगा। इसी के साथ स्तंभों को आकर्षक बनाने के लिए शीर्ष पर 10 मिमी ग्लास लाइट लगाई जाएगी।स्तंभों के शीर्ष पर सूर्य की ऊर्जा के लिए डिजाइन तैयार किया गया है, जो एक चक्र की भांति हैं। इन दो मार्गों के साथ-साथ भक्ति पथ एवं महोबरा से टेढी बाजार को जोड़ने वाले मार्ग पर भी इन स्तंभों का उपयोग करने की योजना है।