पर्यटन विभाग के ठेकेदार ने सौंदर्यीकरण के नाम पर बन्द किया भू स्वामी का गेट
पीड़ित भू स्वामी ने ठेकेदार पर लगाया दबंगई का आरोप
अयोध्या।
लक्ष्मी सागर के सौंदर्यीकरण के नाम पर पर्यटन विभाग के ठेकेदार पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के बेटे भूस्वामी ने जबरदस्ती अपना गेट बन्द कर दीवार उठाने का गंभीर आरोप लगाया है। वह भी तब जब उसने उक्त शिकायत कमिश्नर गौरव दयाल से लिखित रूप में कर चुका है। कमिश्नर के आदेशों को क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी ने रद्दी की टोकरी में डालते हुए कोई कार्यवाही तो नही की अलबत्ता गेट जरूर बन्द करवा दिया।पर्यटन विभाग के कारस्तानी से नाराज पीड़ित ने शनिवार को पत्रकारों को अपनी व्यथा सुनाते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
शहर की एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पीड़ित राम मोहन पुत्र स्वर्गीय डॉ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुरेंद्रनाथ ने बताया कि उनके पिताजी के नाम एक भूमि लाल बाग लक्ष्मी सागर के पास है जो फ्री होल्ड है। पीड़ित के पिता ने उसको चारों तरफ से बाउंड्री बनवाया और निकालने के लिए दो गेट भी बनवाए थे। जिसमें पीड़ित अपने घर से आता जाता है। पीड़ित का कहना है कि पिता की मृत्यु के बाद पीड़ित अपने भाइयों के साथ उक्त भूमि गाटा संख्या 830 व 831 रकबा 14507 वर्ग फीट का वरासतन मालिक व काबिज है और उसमें अपना कारोबार कर रहा है।
पीड़ित राम मोहन का कहना है कि पर्यटन विभाग द्वारा सौंदर्यीकरण का कार्य ठेकेदार पिंटू सिंह को सौंपा गया है। ठेकेदार द्वारा जबरन मेरे रास्ते को बंद करने का कार्य किया जा रहा है। जो सरासर गलत है। उन्होंने बताया कि जो जमीन की चौहद्दी अनुसार पश्चिम रास्ता अंकित है। उसका वर्षों से प्रयोग हो रहा है। उसके सिवाय मेरे पास कोई रास्ता नहीं है और इस तरह किसी के घर का रास्ता बंद नहीं किया जा सकता है। इस संबंध में पीड़ित कमिश्नर से मिला कमिश्नर ने पर्यटन अधिकारी राजेंद्र यादव को इस मामले की जांच को लिखा लेकिन पीड़ित का कहना है कि उन्होंने ना तो मेरा फोन उठाया और ना ही अभी तक लक्ष्मी सागर पर हो रहे सौन्दर्यीकरण की जांच की गई। प्रेस वार्ता के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉक्टर सुरेंद्र नाथ पुत्र राम मोहन शिव मोहन बृजमोहन अवि मोहन रवि मोहन आकाश मोहन अंकित मोहन दिव्य मोहन आदि मौजूद रहे।