अयोध्या की शिक्षिका हत्याकांड मामले में पुलिस के खुलासे पर शिक्षिका के माता-पिता ने सवाल उठाया है।उनका कहना है कि पुलिस ने उनकी बेटी को बदचलन साबित कर दिया है जबकि उनकी बेटी बदचलन नहीं थी।अयोध्या शहर के श्रीराम पुरम कॉलोनी में हुई गर्भवती शिक्षिका की हत्या और एक महीने बाद पुलिस द्वारा रविवार को इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार करने के खुलासे के बाद मृत शिक्षिका के परिजनों ने गंभीर आरोप पुलिस प्रशासन पर लगाया है अयोध्या रेंज के डीआईजी ए०पी० सिंह व निवर्तमान एसएससी शैलेश पांडे द्वारा रविवार को की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाबालिक हत्यारे के साथ मृत शिक्षिका के अवैध संबंधों की बात मीडिया के सामने बताई थी.इस बात पर मृत शिक्षिका के परिजनों ने कड़ी आपत्ति जताते हुए पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाया है. मृत शिक्षिका के पिता और माता ने कहा है की पुलिस ने हत्या और चोरी के जो साक्ष्य बताए हैं वह सही हैं. लेकिन बिना किसी साक्ष्य के उनकी बेटी के चरित्र पर पुलिस ने सवाल उठा दिया है जो कि गलत है।आपको बता दें कि बीते 1 जून को अयोध्या कोतवाली के श्रीराम पुरम कॉलोनी में एक गर्भवती शिक्षिका की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी.इस मामले में पुलिस ने रविवार की दोपहर एक नाबालिक किशोर को इस पूरी घटना का सूत्रधार बताते हुए उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.पुलिस द्वारा बताया गया है कि नाबालिक किशोर और मृत शिक्षिका के बीच 2 वर्ष से अवैध संबंध चल रहा था.नाबालिक किशोर अब इस संबंध को खत्म करना चाहता था लेकिन शिक्षिका नाबालिक किशोर पर लगातार दबाव बना रही थी. जिससे आजिज आकर नाबालिक किशोर ने शिक्षिका की हत्या की थी और पूरी घटना को चोरी की शक्ल देने के लिए घर से जेवर चुराए थे.
शिक्षिका हत्याकांड में पुलिस के खुलासे पर शिक्षिका के माता-पिता ने उठाया सवाल
वही मृत शिक्षिका के माता-पिता ने सोमवार को मीडिया के सामने आकर पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाया है.मृत शिक्षिका के पिता का कहना है कि उनकी बेटी की पहले ही हत्या हो चुकी है और अब पुलिस ने उनकी बेटी पर चारित्रिक दोष लगाकर समाज में अपमानित कर दिया है. जबकि उनकी बेटी और आरोपी के बीच किसी तरह का संबंध होने का कोई प्रमाण पुलिस अभी तक सामने नहीं ला पाई है. सिर्फ हत्या आरोपी के बयान के आधार पर उनकी बेटी के चरित्र पर सवाल उठाया गया. जबकि आरोपी नाबालिग लड़का कभी भी उनके घर नहीं आता जाता था.मृतका के पिता ने इस पूरे मामले की नए सिरे से जांच करने की मांग की है.मृत शिक्षिका के पिता ने आरोप लगाया है कि हत्या का आरोपी नाबालिग लड़का भाजपा की महिला मोर्चा की सदस्य हैं और जिसकी वजह से राजनीतिक दबाव के चलते जांच प्रभावित की जा रही है परिजनों की मांग है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मामले का संज्ञान लेकर आरोपी किशोर की माता को संगठन से बाहर निकालें जिससे कि जांच प्रभावित ना हो और एक बार फिर से निष्पक्षता के साथ इस पूरे प्रकरण की जांच की जाए पुलिस द्वारा उनकी बेटी के चरित्र पर उठाए गए सवाल बेबुनियाद है।