स्वर्णिम चतुर्भुज योजना अटल जी की ही देन
राम राज्य में परिभाषित सुशासन को भाजपा कर रही लागू
◆ पूर्व प्रधानमंत्री स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी को बताया विकास का रोल मॉडल
◆ उन्होंने कहा कि मान. मोदी जी ‘ सबका साथ सबका विकास’ की भावना से जो इंफ्रास्ट्रक्चर सहित विभिन्न क्षेत्रों में जो विकास कर रहे हैं वह अद्वितीय है और सुशासन तथा राम राज्य स्थापित करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम
◆ बाद में उन्होंने नगरीय विकास कार्यों की भी समीक्षा किया
अयोध्या
उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए के शर्मा जी पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयन्ती पर भारतीय जनता पार्टी कार्यालय, अयोध्या में आयोजित सुशासन दिवस गोष्ठी में सम्मिलित हुए थे।
तद्पश्चात वह सर्किट हाउस, अयोध्या में नगर विकास एवं ऊर्जा विभाग के विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए वर्तमान समय में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति से अवगत हुए।
उसके बाद श्री शर्मा ने अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों का स्वयं नगर में जाकर जायज़ा लिया।
श्री ए के शर्मा जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि
● परम् श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयन्ती पर अयोध्या नगरी की पावन भूमि पर आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।
● स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के तहत मार्गों के निर्माण का राष्ट्रव्यापी अभियान स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी ने शुरू किया था।
● इस योजना के तहत पहले मार्ग का निर्माण गुजरात में हुआ था जिसमें मुझे मान. मोदी जी के सानिध्य में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को नजदीक से देखने का अवसर मिला।
● 2001 में गुजरात में आये भूकंप से बचाव के लिए अटल बिहारी वाजपेयी जी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से भुज में अस्पताल का निर्माण कराया था जो आप भी जनता को समर्पित है।
● भारत में सुशासन की शुरुआत माननीय अटल जी के कार्यकाल से ही हुई है। अन्य लोग अपने परिवार के लिए काम करते थे।
● माननीय मोदी जी अटल जी के अधूरे सपनों को पूरा कर रहे हैं और सशक्त भारत बना रहे हैं।
● उन्होंने कहा कि सुशासन का राम राज्य से बड़ा कोई अन्य उदाहरण नहीं हो सकता है। यहां की महत्ता इतनी ज़्यादा थी कि यहां देवता भी बसना चाहते थे।
● श्री शर्मा ने राम चरित मानस की राम राज्य को परिभाषित करने वली चौपाइयों का उद्धरण देते हुए बताया कि किस प्रकार भाजपा की सरकारें राम राज्य की भावना को सार्थक बना रही हैं।
● जैसे ‘नही दरिद्र कोई दुखी न दीना’ का उदाहरण देते हुए बताया कि किस प्रकार प्रधानमंत्री श्री मोदी जी मुफ़्त अन्न मुहैया करा रहे हैं।
● उसी प्रकार उन्होंने चौपाई के अगले भाग ‘ नही कोई अबुध न लक्षण हीना’ को वाजपाई जी के सर्व शिक्षा अभियान और मान. मोदी जी के कन्या केणवनी अभियान और स्किल इंडिया से जोड़ा।
● इतना ही नही उन्होंने राम राज्य की एक और चौपाई ‘ अल्पमृत्यु कवनों नही पीरा, सब सुंदर सब विरूज शरीरा’ को श्री नरेंद्र मोदी जी के आयुष्मान भारत कार्यक्रम से जोड़ा।
उन्होंने श्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्री योगी जी को परिवार वाद से मुक्त बताया। उदाहरण देते हुए यह भी कहा कि कैसे अन्य पार्टियां रामचरित मानस की ‘मोह सकल व्याधिन कर मूला’ की समस्या यानी की अपना -पराया और परिवार वाद के मोह जाल में फँसीं हैं।
उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ शासक वही है जो नीति अनुसार चलता है और प्रजा का अच्छे से पालन करता है। उन्होंने पुनः रामचरित मानस में से बताया की ‘ जासु राज प्रिय प्रजा दुखारी, सो नृप अवसि नरक अधिकारी।
श्री ए के शर्मा जी ने बताया कि कैसे श्रद्धेय अटल जी ने सशक्त भारत बनाने की शुरुआत किया और कैसे मोदी जी देश को आत्मनिर्भर, मज़बूत और विश्वविख्यात बना रहे हैं। इसमें उन्होंने भारत के आईटी प्रोफ़ेशनल तथा बुंदेलखंड में स्थापित डिफ़ेन्स इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर का भी उदाहरण दिया।
उन्होंने यह भी कहा की भारत जो सोने की चिड़िया हुआ करती थी वह स्थान और गौरव माननीय मोदी जी अपने प्रयासों से वापस ला रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा की हम सबको अपने स्वधर्म यानी की अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते रहना चाहिए। तभी हम सशक्त देश बना पाएँगे।