राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की महानगर इकाई ने मनाया रक्षाबंधन उत्सव
पवित्र भगवा ध्वज को रक्षा सूत्र बांधकर देश की अखंडता के प्रति किया समपर्ण व्यक्त
अयोध्या। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की महानगर इकाई द्वारा रक्षा बंधन उत्सव भवदीय पुब्लिक स्कूल में मनाया गया। इस कार्यक्रम में संघ के हजारों स्वयंसेवको ने परिवार सहित भागीदारी की। कार्यक्रम में परम पवित्र भगवा ध्वज को रक्षा सूत्र बांधकर देश की अखंडता व इसके प्रति समर्पण व्यक्त किया गया। मुख्य वक्ता संघ के श्री ओमपाल जी, संयुक्त क्षेत्र कुटुम्ब प्रबोधन प्रमुख (पूर्वी एवं पश्चिमी क्षेत्र) ने अपने उदबोधन में कहा कि संघ के प्रमुख कार्यक्रमों में रक्षाबंधन भी एक प्रमुख सामाजिक उत्सव है। संघ 98 वर्षों की अखंड यात्रा में छोटी छोटी शाखाओं के माध्यम समाज को जोड़ने का काम कर रहा है। रक्षा बंधन समाज को जोड़ने का कार्यक्रम है। रक्षा बंधन समाज के हृदय को जोड़ने वाला सूत्र है। स्नेह का सूत्र है। इसलिये संघ में इसे उत्सव के रूप में मनाया जाता है
ईश्वर रूपी समाज की चिंता करना संघ कार्य है, इसलिए संघ कार्य एक ईश्वरीय कार्य है। समाज मे आपसी प्रतिस्पर्धा को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि हमे अपनी संस्कृति अपने रीति रिवाज व अपने आदर्शों के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। घर के बुजुर्ग का सम्मान होना चाहिए। भगवान राम की सेना में भी बुजुर्ग जामवंत थे वे ही सेना का मार्गदर्शन करते थे। जिसका परिणाम लंका विजय रहा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाई नवनीत सिंह जी, सेवादार गुरुद्वारा श्री गुरु नानक गोविंद धाम, नजरबाग अयोध्या ने कहा कि मुद्दा ये नहीं कि हमे मिला क्या, मुद्दा ये कि हमने दिया क्या, बात नजरिये की है कि गिलास आधा खाली है या आधा भरा है। ऐसे उत्सव हमें जीवन मे एक नई ऊर्जा देते हैं जीवन मे एक उत्साह भरते हैं।
इस अवसर पर महानगर संघचालक प्रो विक्रमा पांडेय, सह संघचालक डॉ अजय मोहन, महानगर प्रचारक सुबंधु, महानगर कार्यवाह देवेंद्र, राहुल सिंह, सूरज, अवनि शुक्ल, बालेन्द्र भूषण सिंह, सुधीर सिंह, अमित शंकर और अयोध्या जनपद के समाज के प्रतिष्ठित गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे जैसे डा अवधेश वर्मा जी, हरीश श्रीवास्तव जी, अभिषेक मिश्रा जी, श्रीमती आभा सिंह, श्रीमती प्रज्ञा मिश्र , श्रीमती श्वेता राज सिंहहिमांश जी राजकरण इंटर कॉलेज के प्रबन्धक के, योगेंद्र पाठक संचालक प्राइवेट कोचिंग के अलावा अनेकों गणमान्य उपस्थित रहे।