136 वर्षीय सन्त स्वामी परमानंद पुरी पहुंचे अयोध्याधाम
चिकित्सक के साथ हिंदी-अंग्रेजी के ज्ञाता हैं परमानंद पुरी महाराज
अयोध्याधाम।
सोमवारी बाबा महाराज के अनन्य भक्त 136 वर्षीय सन्त स्वामी परमानंद पुरी महाराज ने अयोध्या पहुंचकर रामलला और हनुमंत लला का दर्शन किया। हिमालयी सन्त स्वामी अवधेशानंद जी महाराज ने पूज्य स्वामी महाराज के अयोध्या प्रवास की जानकारी स्वदेश से साझा किया।
परमानंद पुरी महाराज के भक्तों के अनुसार दुनिया के सर्वाधिक बुजुर्ग होने का दावा करने वाले परमानंद पुरी लम्बे समय तक पूर्व सीएम स्व. एनडी तिवारी के गांव धारी स्थित श्री 1008 सोमवारी बाबा आश्रम में साधु के रूप में रहे हैं। उनके भक्तों ने दावा किया है कि महाराज का जन्म 1889 में कश्मीर में हुआ था। बताया कि 1920 से 31 तक उन्होंने आसाम के एक सरकारी अस्पताल में बतौर चिकित्सक कार्य भी किया और वर्ष 1932 में संन्यास ग्रहण कर लिया। पूज्य महाराज जी के करीबी स्वामी अवधेशानंद जी महाराज बताते है कि अपनी उम्र के 9 वर्ष की अवधि में आपने स्वामी रामकृष्ण परमहँस जी की धर्मपत्नी मां शारदा से दीक्षा लिया। जबकि योग की दीक्षा आपने 18वी 19वी शताब्दी के मध्य में देश के परम सन्त स्वामी विशुद्धानन्द जी महाराज से लिया। महाराज श्री के 9 शिष्यों में परम पूज्य स्वामी जी महाराज आज हमारे बीच है बाकी अन्य आठ शिष्य गोलोकवासी हो चुके है। इस दौरान उन्होंने कनाडा, जर्मनी, स्वीडन, नार्वे व अमरिका सहित 10 देशों की यात्रा भी की। वह हिंदी-अंग्रेजी सहित 12 भाषाओं के भी अच्छे ज्ञाता हैं। वर्ष 1991 से वह पदमपुरी आश्रम में रहते हैं।
स्वामी जी के करीबी स्वामी अवधेशानंद जी बताते है कि महाराज जी के भारत सहित विदेशों में उनके हजारों भक्त हैं, जो आज भी उनसें मिलने आते रहते है। सामान्य भोजन के साथ वह नियमित तौर पर पूजा और व्यायाम करतें है। 14 साल तक बिना छत के खुले में और फल-फूल खा कर तथा तीन दिन तक एक ही स्थान पर बिना कुछ खाये-पिये भी रहे हैं।