24वीं यूपी राज्य शूटिंग प्रतियोगिता में ADM अनिरुद्ध प्रताप सिंह ने जीता मेडल
युवाओं को दिया लक्ष्य साधने का दिया मंत्र

अयोध्या ।
जिन्होंने प्रशासनिक कार्यों में अपने सामर्थ्य से न केवल व्यवस्था को बेहतर बनाया, बल्कि खेलों के क्षेत्र में भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई, वह हैं—ADM श्री अनिरुद्ध प्रताप सिंह। 24वीं उत्तर प्रदेश राज्य शूटिंग प्रतियोगिता 2025 में अपनी सटीक निशानेबाजी और उत्कृष्ट प्रदर्शन से उन्होंने मेडल जीतकर न केवल प्रदेश का नाम रोशन किया, बल्कि प्रशासनिक क्षेत्र में अपने अद्वितीय कार्यशैली के साथ-साथ समाज सेवा के लिए भी एक मिसाल कायम की।
श्री अनिरुद्ध प्रताप सिंह का व्यक्तित्व हर किसी के लिए प्रेरणास्रोत है। प्रशासनिक पद पर होते हुए भी उनका सरल, सहज और संवेदनशील व्यवहार जनमानस के बीच बेहद लोकप्रिय है। ऐसा लगता ही नहीं कि वह किसी उच्च प्रशासनिक पद पर हैं। उनका व्यवहार ऐसा है कि हर पीड़ित और वंचित व्यक्ति यह महसूस करता है कि वह अपने घर में बैठकर अपनी पीड़ा अपने गार्जियन को बता रहा है। उनका यही हृदयस्पर्शी व्यवहार उन्हें जनता के बीच एक सच्चे प्रशासनिक नेता के रूप में स्थापित करता है।
श्री अनिरुद्ध प्रताप सिंह न केवल अपनी जिम्मेदारियों का पालन करते हैं, बल्कि शोषित और वंचित वर्ग के लिए अपने प्रयासों से ढाल बनकर उनकी सहायता करते हैं। कई बार ऐसे उदाहरण सामने आए हैं, जब उन्होंने अपनी जेब से भी जरूरतमंदों की भरपूर सहायता की है। उनके इस कार्य से यह साबित होता है कि प्रशासनिक जिम्मेदारियां निभाने के साथ-साथ समाज के प्रति उनका योगदान कहीं अधिक गहरा और व्यक्तिगत है।
उनकी छवि सिर्फ एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में नहीं, बल्कि एक अभिभावक के रूप में उभर कर सामने आती है। उनके सहयोग से ही कई लोगों की जिंदगी बदल चुकी है। चाहे वह अधिवक्ता हों, कर्मचारी हों, समाजसेवी हों या आम जनता—हर कोई उनकी सराहना करता है। लोग कहते हैं, “हमारे लिए श्री अनिरुद्ध प्रताप सिंह किसी न्याय के देवता से कम नहीं हैं। वह न केवल हमारे दुखों को समझते हैं, बल्कि उनका समाधान भी करते हैं।”
श्री अनिरुद्ध प्रताप सिंह का मानना है कि युवाओं को केवल शिक्षा नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में संघर्ष, मेहनत और निरंतरता का महत्व समझना चाहिए। उन्होंने यह संदेश दिया है कि सफलता पाने के लिए केवल महत्वाकांक्षा और सपना देखना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उस सपने को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत, ईमानदारी और अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने युवाओं को यह भी बताया कि एक सच्चे इंसान की पहचान उसकी कार्यशैली और समाज के प्रति जिम्मेदारी से होती है, ना कि सिर्फ पद और नाम से।