सीएमओ की जांच ठंडे बस्ते में, मरीज परेशान

रिपोर्ट-कपिल देव गुप्ता
गोसाईगंज।अयोध्या
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोसाईगंज में व्याप्त अव्यवस्थाओं और मरीजों को बाहर की दवा लिखे जाने की खबर प्रकाशित होने के बाद जिला चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) अयोध्या ने मामले की जांच के निर्देश दिए थे। आदेशानुसार प्रभारी चिकित्सा अधिकारी/अधीक्षक पीएचसी/सीएचसी को आवश्यक कार्यवाही के लिए कहा गया था, लेकिन संबंधित जांच अधिकारी द्वारा मामले को गंभीरता से न लेते हुए ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास किया जा रहा है।वहीं, अभी भी कुछ डॉक्टरों द्वारा चोरी-छुपे बाहर की दवाएं लिखने का सिलसिला जारी है।
जबकि सरकार की ओर से प्रत्येक अस्पताल में निशुल्क दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं ताकि गरीब और निर्बल मरीजों को राहत मिल सके। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि जब सरकारी अस्पताल में दवा उपलब्ध है, तो डॉक्टर बाहरी दवा क्यों लिखते हैं ? यह न सिर्फ सरकारी योजनाओं की अनदेखी है, बल्कि गरीब मरीजों के साथ अन्याय भी है। यदि यही स्थिति बनी रही, तो सरकार की स्वास्थ्य योजनाएं जमीनी स्तर पर निष्प्रभावी हो जाएंगी। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इस मामले में गंभीरता से कार्यवाही करनी चाहिए ताकि मरीजों को उनका हक मिल सके।