अयोध्या।
श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर से महज चंद दूरी पर स्तिथि माझा जमथरा की हजारो एकड़ बेशकीमती जमीन को सफेदपोश भू माफियाओं द्वारा भ्रष्ट सहायक अभिलेख अधिकारी व राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से जमीनों को भोले भाले लोगो को बेंचकर सैकड़ो करोड़ रुपए लूटने की खबर मीडिया में आते ही शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही को अंजाम देते हुए उक्त ग्रीन लैंड फ्लड जोन एरिया में बनी प्लॉटिंगों को ध्वस्त कर कानून का राज कायम होने का स्पष्ट सन्देश दे दिया।
गौरतलब हो कि माझा जमथरा की हजारों एकड़ जमीनों को भूमाफियों के सिंडिकेट ने कौड़ियों के भाव एग्रीमेंट करवाकर बाहर के कई सन्तो व सरकारी नौकरशाहों के साथ हजारो भोले भाले लोगो को बेंचकर कई करोड़ रुपए का कारोबार कर लिया है। विभागीय सूत्रों की माने तो माझा जमथरा की जमीनें फ्लड जोन एरिया व ग्रीन लैंड एरिया में आती है। विकास प्राधिकरण के टाउन प्लानर कौशिक गोर्की की माने तो वहां किसी भी प्रकार का भवन निर्माण प्रतिबंधित है। हालांकि वहां जिसकी खुद की खतौनी है वह अपनी जमीन बेंच सकता है उसपर कोई रोक नही है सिर्फ ध्यान इतना देना है कि उन जमीनों पर कृषि या बागवानी ही होनी चाहिए।फिर भी भूमाफियों के गिरोह ने राम मंदिर का फैसला आने के बाद अयोध्या व आसपास के इलाकों में आसमान छूती जमीन की कीमतों को देखते हुए भवन निर्माण के लिये प्रतिबंधित क्षेत्र की जमीनों को खाता धारकों से अग्रीमेंट करवाकर बाहरी लोगों को दलालों के माध्यम से उनके निजी आशियाने का रंगीन सपना दिखाकर बेंचना शुरू कर दिया। प्रशासन द्वारा अधिग्रहित की गई विभिन्न परियोजनों की कुछ नजूल भूमि को छोड़ दे तो बाकी सारी जमीनों पर भूमाफियों के गिरोह ने प्लॉटिंग कर डाला है। अब जबकि मामला तूल पकड़ चुका है प्रशासन उक्त जमीन हो रही अवैध प्लाटिंग के खिलाफ कड़ी कार्यवाही पर आमादा है तो भूमाफियों का सिंडिकेट ईमानदार अधिकरियों को विभिन्न प्रलोभनों के आकर्षण में फंसाने के साथ उन पर अपने राजनैतिक आकाओं के द्वारा दबाव बनाने में रात दिन जुटा हुआ है।प्रशासनिक कार्यवाही के बाद जहां भूमाफियों का सिंडिकेट वहां जमीन खरीदने वाले लोगो के आक्रोश का शिकार हो रहा है वही पीड़ित अब अपना आशियाना बचाने के लिए नेताओ सोसल वर्करों की गणेश परिक्रमा करने में जुटे है। भोले भाले लोगो के जीवन भर की जमा पूंजी हजम करने वाले प्रोपर्टी डीलर व उनके एजेंट अभी भी लोगो को झूठा आश्वासन देने से नही चूक रहे है। पीड़ितों का कहना है कि जब वह जमीन बेचने वाले दलालों को फोन कर रहे है तो उनका फोन ऑफ जा रहा है। जिसके बाद अब हमें यकीन हो गया है कि हमारे साथ बड़ा धोखा किया गया है। जबकि कुछ जमीन के दलालों का साफ कहना है कि हमने आपको जमीन का कागज दिया आपने सर्च कराया संतुष्ट होने के बाद पैसा दिया बैनामा लिया खारिज दाखिल कराया और घर बनवाया है उसके बाद कोई लफड़ा हो तो आपकी जिम्मेदारी है हम क्या करें। जो भी हो भूमाफियों के दलालों के चक्कर मे आकर अपनी जमा पूंजी लगाने वाले लोग अब खुद को ठगा महसूस कर रहे है।
सूत्रों की माने तो माझा जमथरा की बेशकीमती जमीन को बेचने वाले सिंडिकेट में शहर के कई बड़े नेता,प्रॉपर्टी डीलरों के साथ राजस्व विभाग के अधिकारी भी शामिल है। हालांकि नेताओ और अधिकारियों की जमीनें हमेशा की तरह उनके खुद के नाम की जगह उनके सहयोगियों रिश्तेदारों या निजी सचिवों के नाम ली गयी है।
सूत्रों की माने तो उक्त सिंडिकेट द्वारा राजनीतिक न्याययिक व प्रशासनिक स्तर पर अब उन ईमानदार अधिकरियों के खिलाफ तमाम हथकंडे अपनाकर उन्हें बैक फुट पर लाने की पूरी कोशिश की जा रही है।अब देखना यह है कि क्या प्रॉपर्टी डीलरों सहित उनके सत्ताशीन आकाओं के सामने ईमानदार अधिकारी टिकते है की बैकफुट पर आते है यह तो समय ही बताएगा।
फौजी परिवार के घरों को ना उजाडा जाए: पवन पांडेय
इसी मामले को लेकर सोमवार को पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने भी पत्रकार वार्ता कर पीड़ितों को न्याय दिलाने उनका मकान न तोड़े जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मांझा जमथरा, गौरा पट्टी, तारापुर रजौली क्षेत्र के लोगों को उजाड़ा जा रहा है। इसमें स्थानीय भू माफिया और कुछ अधिकारियों की मिलीभगत है। सभी पीड़ित भूतपूर्व फौजी हैं। उनको उजाड़ा नहीं जाना चाहिए।
पांडेय ने कहा कि इनको लीगल नोटिस दिया जाना चाहिए था। अगर इनको उजाडॉ जा रहा है तो इनकी जमीन की कीमत दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में फौजी परिवार का उत्पीड़न हो रहा है। यह उत्पीड़न बंद होना चाहिए। इस दौरान दर्जनों पीड़ित परिवार भी उपस्थित रहे।
इस पूरे मामले को गहनता अध्यन किया जाए तो ये खेल एक बड़े पैमाने पर चल रहा था। जिसमे प्रोपर्टी डीलर सिंडिकेट को बैकडोर से कई बड़े अधिकारियों हुआ नेताओं का संरक्षण मिलता हुआ साफ देखा जा सकता है। सूत्रों की माने तो इसी की वजह है कि आज इसी मुद्दे को लेकर प्रोपर्टी डीलर सिंडिकेट की एक बड़ी मीटिंग शहर के एक बड़े होटल में चल रही है। जिसमे नेता अधिकारी भी शामिल बताये जा रहे है।