नवीन मंडी, अयोध्या में स्थित 63 बटालियन सीआरपीएफ में संविधान दिवस मनाया गया । उक्त दिवस को मनाने के लिए वाहिनी मुख्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें श्री सरकार राज रमन, द्वितीय कमान अधिकारी, श्री अशोक कुमार शील,उप कमांडेंट के अतिरिक्त अन्य अधिकारीगण अधीनस्थ अधिकारीगण व जवान उपस्थित रहे। सर्वप्रथम श्री सरकार राज रमन, द्वितीय कमान अधिकारी द्वारा कार्यशाला के दौरान सभी को संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी गई। संविधान दिवस के अवसर पर द्वितीय कमान अधिकारी महोदय ने सभी उपस्थित अधिकारियों जवानों को संविधान दिवस के महत्व के बारे में बताया एवं अपने भाषण में कहा कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत 2015 से भारत सरकार द्वारा की गई । उन्होंने बताया कि अंग्रेजों की पराधीनता से मुक्त होने के उपरांत देश को एकता के सूत्र में बांधकर उन्नति तथा आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने हेतु संविधान की आवश्यकता थी जिसको तत्कालिक भारत की महान विभूतियों द्वारा अपने अथक परिश्रम और लगन से तैयार किया गया।
श्री सरकार राजा रमन, द्वितीय कमान अधिकारी द्वारा बताया गया कि संविधान दिवस का उद्देश्य देश के नागरिकों को संविधान के प्रति जागरूक करने तथा संविधान के निर्माण करने वाली महान विभूतियों को नमन करना है। अधिकारी द्वारा अपने भाषण में यह भी कहा गया कि भारत संविधान द्वारा हम लोगों को मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं ।भारत के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम भारत के संविधान में वर्णित अपनी मौलिक कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक रहें तथा अपने राष्ट्र की एकता व अखंडता को अक्षुण्य बनाए रखने के लिए सर्वदा अपना योगदान दें ।संविधान दिवस के अवसर पर श्री सरकार राजा राजा रमन द्वितीय कमान अधिकारी द्वारा भारतीय संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा गया जिसको उपस्थित वाहिनी के अधिकारियों , अधीनस्थ अधिकारियों व जवानों द्वारा उनके साथ दोहराया गया।