अयोध्याउत्तर प्रदेश

अवैध विद्यालयों पर कार्रवाई की मांग को लेकर शिक्षक संघ हुआ मुखर

 

बीएसए को सौंपा ज्ञापन

अयोध्या।उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, अयोध्या द्वारा जनपद में धड़ल्ले से संचालित हो रहे गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए आज जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा नगर विधायक  वेद प्रकाश गुप्ता को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में स्पष्ट रूप से मांग की गई कि ऐसे अवैध विद्यालयों को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए, जो न केवल शिक्षा की गुणवत्ता के साथ समझौता कर रहे हैं, बल्कि बच्चों की सुरक्षा और अभिभावकों की आस्था के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं।संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. संजय सिंह ने बताया कि अयोध्या जनपद में सैकड़ों ऐसे विद्यालय बिना किसी मान्यता के चल रहे हैं या फिर उन्हें नियमों को ताक पर रखकर मान्यता प्रदान की गई है। ये विद्यालय न केवल शिक्षा की गुणवत्ता के मानकों पर खरे नहीं उतरते, बल्कि अभिभावकों से भारी शुल्क वसूल कर शिक्षा को व्यवसाय का रूप दे चुके हैं।जिला मंत्री प्रेम वर्मा ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जब एक ओर शासन द्वारा पूरी सुविधाओं से युक्त परिषदीय विद्यालयों को बच्चों की कम संख्या का हवाला देकर बंद किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर टीन शेड, अवैध निर्माणों और मानकविहीन भवनों में बिना किसी सुरक्षा मानकों के अवैध विद्यालय धड़ल्ले से चलाए जा रहे हैं। ये विद्यालय केवल “कोचिंग” के नाम पर चल रहे हैं, लेकिन असल में विद्यालय का स्वरूप ले चुके हैं, जहां बच्चों की जान जोखिम में डाली जा रही है।उन्होंने कहा कि आए दिन इन स्कूलों में अप्रिय घटनाएं सामने आती हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि शासन की निगरानी व्यवस्था पूरी तरह फेल है। यदि शासन और प्रशासन द्वारा ऐसे विद्यालयों के विरुद्ध शीघ्र कठोर कार्रवाई नहीं की गई, तो शिक्षक संघ को जनहित में आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।स अवसर पर विकास सिंह, अर्पित सिंह, लोकेश सिंह, मंजेश मौर्य, सोनी, परमेश पांडे, रंजीत सिंह, विक्रम सिंह सहित अनेक शिक्षक साथी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में ऐसे विद्यालयों को बंद किए जाने की मांग उठाई।

*आज स्कूल मर्जर नीति के विरोध में प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह के नेतृत्व और प्राथमिक शिक्षक संघ अयोध्या जिलाध्यक्ष डॉ संजय सिंह की अध्यक्षता में शिक्षकों ने अपनी बाह में काली पट्टी बांधकर नगर विधायक श्री वेद प्रकाश गुप्ता को ज्ञापन दिया* गया, जिसमें परिषदीय विद्यालयों को बंद किए जाने की प्रक्रिया पर आपत्ति जताई गई। संगठन ने स्पष्ट कहा कि एक ओर जहां अवैध निजी विद्यालयों को मौन स्वीकृति दी जा रही है, वहीं सरकारी विद्यालयों को बंद कर शिक्षा व्यवस्था को निजी हाथों में सौंपने की साजिश की जा रही है, जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने संघ की बातों को गंभीरता से सुनते हुए जांच कर उचित और सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। ज्ञापन में प्रमुख रूप से सचिन त्रिपाठी सुजीत सिंह, प्रियकांत पांडे संयुक्त मंत्री आलोकेश रंजन ब्लॉक अध्यक्ष रुदौली अशोक यादव विक्रम सूर्यवंशी अमरनाथ वर्मा ब्लॉक मंत्री हैरिंगटनगंज परमेश पांडे विकास सिंह अर्पित सिंह राकेश चौबे मीडिया प्रभारी मंजेश मौर्य शिव शंकर सोनी ब्लॉक मंत्री मिल्कीपुर राजेश कुमार राजेश सिंह अजय सिंह मौजूद रहे।

Rajendra Dubey

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