अयोध्या।
जनपद में जगन्नाथपुरी उड़ीसा की तर्ज पर रामनगरी के रामनगर मे इस्कॉन अयोध्या मंदिर से भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकाली गई. दिव्य-भव्य रथ पर सवार भगवान जगन्नाथ के दर्शन को भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा. इस दौरान भगवान जगन्नाथ की जय, जय श्रीराम, सीताराम की जय के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा. साथ ही रथयात्रा का भक्तों द्वारा जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया.शोभा यात्रा में खास बात यह रही इस्कॉन अयोध्या मंदिर द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में स्थानीय भक्तों और श्रद्धालुओं के अलावा बड़ी संख्या में विदेश से आई महिला और पुरुष श्रद्धालु भी शामिल हुए. दरअसल, पिछले दो साल कोरोना संक्रमण के चलते रथयात्रा महोत्सव परंपरा निर्वहन तक ही सीमित रहा. दो साल बाद इस बार रथयात्रा महोत्सव की भव्यता देखते ही बन रही थी. इस्कॉन अयोध्या मंदिर के प्रोजेक्ट निदेशक और प्रवक्ता देवशेखर विष्णु दास ने बताया कि आज के दिन पुरी मे आयोजीत बहुडा यात्रा यानी जगन्नाथ जी अपने मौसी के घर सुंदरांचल ञसे अपने घर निलाचल जाते है।यह बहुडा यात्रा अयोध्या के इतिहास मे पहली बार किया जा रहा है।
इस शोभा यात्रा में खास बात यह रही इस्कॉन मंदिर द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में स्थानीय भक्तों और श्रद्धालुओं के अलावा बड़ी संख्या में विदेश से आई महिला और पुरुष श्रद्धालु भी शामिल हुए. दरअसल, पिछले दो साल कोरोना संक्रमण के चलते रथयात्रा महोत्सव परंपरा निर्वहन तक ही सीमित रहा. दो साल बाद इस बार रथयात्रा महोत्सव की भव्यता देखते ही बन रही थी.
सीता रसोई के निदेशक विनय भुषण दास और मंदिर निर्माण के निदेशक रामेश्वर तीर्थ दास ने बताया कि इस रथयात्रा मे स्थानिय पुलिस प्रशासन और अयोध्या की जनता ने खुब सहयोग दिया है जिस कारण पतितपावन जगन्नाथ बलदेव सुभद्रा और सुदर्शन के पावन दर्शन सुलभ हो पाया है।
रंगबिरंगे षोषाक से सुसस्जित भक्त मंडली के भध्य मंदिर के अध्यक्ष षडभुज गौर दास ने पुरी यात्रा के दौरान हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे की तर्ज पर अनवरत किर्तन
किया।